ओडिशा में शुरू हुआ " नुआखाई महोत्सव" 2025
हाल ही में ओडिशा में " नुआखाई महोत्सव " 2025 शुरू हो गया है |यह महोत्सव ओडिशा में फसल उत्सव के ना से किया जाता है | इस महोत्सव का आयोजन 28 अगस्त 2025 को हुई थी ,यह महोत्सव मुख्य रूप से पश्चिमी ओडिशा का सबसे महत्वपूर्ण उत्सव में से एक है |
यह महोत्सव भद्र मास के पंचमी को गणेश चतुर्दशी के अगले दिन मनाया जाता है |यह पर्व धान की पहल फसल के प्रति अपना कृत्यज्ञता को व्यक्त करने के लिए मनाया जात है |
" नुआखाई महोत्सव " का क्या है महत्व ?
01. नुआखाई दो शब्दो से मिलकर बना है , नुवा ( नया ) ,और खाई ( भोजन ) ,अर्थात नए धान का सेवन |
02. इसमें सबसे पहले मंत्री देवी की पूजा अर्चना होती है और उन्हें चावल का भोग लगाया जाता है उसके बाद नए चावल का खाने में इस्तेमाल होता है |
03. इस महोत्सव से किसान वर्ग के लोगों के बीच आशा की किरण जागती है ,और घर में समृद्धि और प्रचुरता का प्रतीक माना जात है |
04. यह महोत्सव मुख्य रूप से ओडिशा के संबलपुरी क्षेत्र में तथा झारखंड और छत्तीसगढ़ के आस पास के इलाकों की सांस्कृतिक पहचान है |
* यह पर्व नौ विशिष्ट अनुष्ठानों से जुड़ा हुआ है जिन्हे नुआखाइ के नौ रंग के नाम से भी जाना जाता है |
नुआखाई महोत्सव के तिथि का निर्धारण कैसे होता है ?
* पारंपरिक रूप से नुआखाईं महोत्सव की तिथि का निर्धारण फसल कटाई के बाद होता था ,जिसके कारण यह महोत्सव अलग अलग क्षेत्रों में अलग अलग दिनों में मनाया जाता था ,लेकिन वर्ष 1991 के बाद से इसे एक निश्चित तिथि को निर्धारित कर दिया गया ,और इस का निर्धारण भद्र शुक्ल पंचमी पर मनाया जाने लगा |
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