🌐 अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने लॉन्च किया ‘उम्मीद मॉड्यूल’: विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं और अनाथ बच्चों के लिए नई पहल |
✨ परिचय
भारत सरकार सामाजिक न्याय और समावेशन को मजबूत करने के लिए लगातार नई पहलें कर रही है। इसी क्रम में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने संवेदनशील वर्गों की सहायता हेतु ‘उम्मीद पोर्टल’ (UMEED Portal) पर एक नया मॉड्यूल लॉन्च किया है।
👉 इस डिजिटल पहल का उद्देश्य है कि अल्पसंख्यक समुदाय की विधवाएँ, तलाकशुदा महिलाएँ और अनाथ बच्चे आसानी से वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकें।
💻 वक्फ़ कल्याण में डिजिटल बदलाव
यह नया मॉड्यूल वक्फ़ प्रशासन में डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके तहत: लाभार्थी उम्मीद पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। पहचान सुनिश्चित करने के लिए आधार आधारित प्रमाणीकरण का उपयोग होगा। सहायता राशि सीधे बैंक खाते में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) से जमा होगी। पूरी प्रक्रिया – आवेदन, सत्यापन, स्वीकृति और वितरण – डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर होगी। 👉 इससे देरी, मैनुअल हस्तक्षेप और प्रशासनिक बाधाएँ काफी हद तक खत्म हो जाएँगी।
📌 पहल का विवरण |
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लॉन्च करने वाला मंत्रालय : अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय |
पहल का हिस्सा : UMEED नियम, 2025 (Unified Waqf Management, Empowerment, Efficiency & Development) |
लाभार्थी : विधवाएँ, तलाकशुदा महिलाएँ और अनाथ बच्चे |
लाभ का स्रोत : वक्फ़-अलाल-औलाद संपत्तियों से प्राप्त रख-रखाव सहायता |
प्रक्रिया : पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी |
🌍 मुख्य विशेषताएँ
✅ ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया – आसान और पारदर्शी
✅ आधार आधारित प्रमाणीकरण – लाभार्थियों की सही पहचान
✅ DBT ट्रांसफर – सीधा बैंक खाते में भुगतान
✅ वक्फ़ बोर्ड द्वारा क्रियान्वयन – राज्य और केंद्र शासित प्रदेश स्तर पर
⚖️ सामाजिक न्याय और समावेशन पर फोकस
अक्सर विधवाएँ, तलाकशुदा महिलाएँ और अनाथ बच्चे आर्थिक असुरक्षा और सामाजिक बहिष्कार का सामना करते हैं। इस मॉड्यूल का उद्देश्य है: इन वर्गों को सशक्त बनाना और आत्मनिर्भरता की ओर ले जाना। वक्फ़ संपत्तियों के मूल लक्ष्य यानी सामुदायिक कल्याण को आधुनिक डिजिटल ढाँचे में लागू करना। समयबद्ध और पारदर्शी वित्तीय सहायता सुनिश्चित करना।
🏛️ वक्फ़ बोर्ड और मुतवल्लियों की भूमिका
मंत्रालय ने वक्फ़ बोर्डों और मुतवल्लियों (वक्फ़ संपत्ति के संरक्षक) से आह्वान किया है कि वे: इस नए मॉड्यूल को व्यापक स्तर पर लागू करें। पात्र लाभार्थियों तक इसकी जानकारी पहुँचाएँ। सहायता राशि का शीघ्र वितरण सुनिश्चित करें।
👉 उनकी सक्रिय भागीदारी से यह सुनिश्चित होगा कि योजनाओं का लाभ सीधे ज़रूरतमंदों तक पहुँचे और स्थानीय प्रशासनिक अड़चनें न आएं।
📖 प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
पहल का नाम: उम्मीद पोर्टल मॉड्यूल (UMEED Portal)
शुरुआत: अगस्त 2025
मंत्रालय: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय
लाभार्थी वर्ग: विधवाएँ, तलाकशुदा महिलाएँ, अनाथ बच्चे
स्रोत: वक्फ़-अलाल-औलाद संपत्तियों से रख-रखाव सहायता
प्रक्रिया: आधार आधारित प्रमाणीकरण व DBT ट्रांसफर
✅ निष्कर्ष
‘उम्मीद मॉड्यूल’ सरकार की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें सामाजिक न्याय, डिजिटल पारदर्शिता और समावेशी विकास को केंद्र में रखा गया है। यह पहल सुनिश्चित करेगी कि वक्फ़ संपत्तियों का उपयोग वास्तविक जरूरतमंदों के लिए हो और संवेदनशील वर्गों को समय पर आर्थिक सहयोग मिले।
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