UPI से अब ₹10 लाख तक भुगतान संभव | NPCI ने बढ़ाई P2M दैनिक सीमा (सितंबर 2025 अपडेट)
परिचय (Introduction)
भारत में डिजिटल भुगतान व्यवस्था ने पिछले एक दशक में अभूतपूर्व प्रगति की है। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की शुरुआत 2016 में हुई थी, और देखते ही देखते यह दुनिया की सबसे तेज़ और सुरक्षित भुगतान प्रणालियों में से एक बन गई। आज भारत विश्व का सबसे बड़ा UPI भुगतान इकोसिस्टम बन चुका है।
सितंबर 2025 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक ऐतिहासिक घोषणा की। NPCI ने P2M (Person-to-Merchant) भुगतान सीमा को बढ़ाकर दैनिक ₹10 लाख कर दिया है। इससे पहले यह सीमा अपेक्षाकृत कम थी, जिसके कारण बड़े लेनदेन के लिए लोगों को RTGS, NEFT या चेक भुगतान का सहारा लेना पड़ता था।
यह बदलाव विशेष रूप से बीमा, निवेश, सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM), यात्रा और पर्यटन क्षेत्र जैसे उद्योगों में बड़ी राहत लेकर आया है। इसका उद्देश्य डिजिटल भुगतान को उच्च-मूल्य वाले क्षेत्रों तक ले जाना और पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली पर निर्भरता को कम करना है।
इस लेख में हम इस बदलाव के तथ्य, कारण, लाभ, प्रभाव, परीक्षा-उपयोगी बिंदु, MCQ प्रश्न और अतिरिक्त तथ्य विस्तार से जानेंगे। UPSC, SSC, बैंकिंग और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह लेख अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।
Also read :चुनाव आयोग ने ईवीएम मतपत्र के डिज़ाइन में किया बड़ा बदलाव , क्या पड़ेगा बिहार चुनाव पर प्रभाव ?
UPI सीमा में बदलाव: क्या बदला?
NPCI के नए परिपत्र (15 सितंबर 2025 से लागू) के अनुसार:
प्रति लेनदेन अधिकतम सीमा (P2M): ₹5 लाख
दैनिक अधिकतम सीमा (P2M): ₹10 लाख
लागू: केवल सत्यापित व्यापारियों पर
व्यक्ति से व्यक्ति (P2P) भुगतान: ₹1 लाख/दिन (अपरिवर्तित)
प्रकार | पुरानी सीमा | नई सीमा |
---|---|---|
P2M (प्रति लेनदेन) | ₹2 लाख (औसतन) | ₹5 लाख |
P2M (दैनिक सीमा) | ₹5 लाख | ₹10 लाख |
P2P (दैनिक सीमा) | ₹1 लाख | ₹1 लाख (कोई बदलाव नहीं) |
किन क्षेत्रों में लागू होगी नई सीमा?
NPCI ने स्पष्ट किया है कि यह सीमा चुनिंदा उच्च-मूल्य क्षेत्रों पर लागू होगी, जैसे:
बीमा प्रीमियम भुगतान
पूंजी बाज़ार निवेश (म्यूचुअल फंड, शेयर इत्यादि)
यात्रा एवं पर्यटन सेवाएँ
ऋण वसूली और EMI भुगतान
सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) लेनदेन
सीमा वृद्धि के लाभ
1. डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहन
अब उपभोक्ताओं को बड़े भुगतानों के लिए लेनदेन को विभाजित करने की ज़रूरत नहीं।
RTGS/NEFT जैसे धीमे विकल्पों की निर्भरता घटेगी।
2. औपचारिक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
बड़े लेनदेन UPI पर होने से पारदर्शिता बढ़ेगी।
वित्तीय अनुपालन आसान होगा।
3. सुविधा में बढ़ोतरी
उपभोक्ता आसानी से बीमा प्रीमियम या यात्रा खर्च एकमुश्त भुगतान कर पाएंगे।
व्यापारियों को तेज़ निपटान का लाभ मिलेगा।
परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य
घोषणा करने वाला: NPCI
प्रभावी तिथि: 15 सितंबर 2025
नई सीमा: प्रति लेनदेन ₹5 लाख, दैनिक ₹10 लाख (P2M)
लागू: केवल सत्यापित व्यापारियों पर
P2P सीमा: अपरिवर्तित (₹1 लाख प्रतिदिन)
ऐतिहासिक संदर्भ और पृष्ठभूमि
2016: UPI का शुभारंभ हुआ।
2019: UPI ने क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से अधिक लेनदेन रिकॉर्ड किया।
2022: NPCI ने IPO के लिए UPI भुगतान की अनुमति दी।
2023: RBI ने ₹2 लाख से अधिक मूल्य के लेनदेन के लिए UPI की सीमा बढ़ाई।
2025: अब P2M दैनिक सीमा ₹10 लाख।
वैश्विक परिप्रेक्ष्य
भारत का UPI अब अन्य देशों में भी विस्तार कर रहा है:
UAE, सिंगापुर, नेपाल, फ्रांस में UPI स्वीकार किया जा रहा है।
2024 में RBI ने 20 देशों के साथ UPI लिंकिंग समझौता किया।
यह भारत की डिजिटल शक्ति का बड़ा प्रमाण है।
अतिरिक्त तथ्य (Exam-Relevant Extra Facts)
NPCI की स्थापना: 2008 में RBI और IBA (Indian Banks’ Association) के संयुक्त प्रयास से।
UPI लेनदेन का आँकड़ा (अगस्त 2025): 1,200 करोड़ लेनदेन, मूल्य ₹18 लाख करोड़।
भारत QR कोड और RuPay कार्ड भी NPCI के अधीन।
GeM पोर्टल की स्थापना: 2016 में सरकारी खरीदारी को पारदर्शी बनाने हेतु।
बाहरी संदर्भ लिंक (External Links)
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. क्या सभी लोग ₹10 लाख तक UPI भुगतान कर सकते हैं?
➡️ नहीं, यह केवल सत्यापित व्यापारियों पर लागू होगा।
Q2. क्या P2P लेनदेन सीमा भी बढ़ी है?
➡️ नहीं, यह अभी भी ₹1 लाख प्रतिदिन है।
Q3. नई सीमा कब से लागू हुई?
➡️ 15 सितंबर 2025 से।
Q4. किन क्षेत्रों को सबसे अधिक लाभ होगा?
➡️ बीमा, निवेश, पर्यटन, सरकारी खरीद और EMI भुगतान।
MCQs (Practice Questions)
Q1. NPCI द्वारा घोषित नई UPI दैनिक सीमा (P2M) कितनी है?
(a) ₹5 लाख
(b) ₹10 लाख
(c) ₹1 लाख
(d) ₹2 लाख
✅ उत्तर: (b) ₹10 लाख
Q2. नई UPI सीमा कब से प्रभावी हुई?
(a) 1 सितंबर 2025
(b) 15 सितंबर 2025
(c) 1 अक्टूबर 2025
(d) 31 अगस्त 2025
✅ उत्तर: (b) 15 सितंबर 2025
Q3. P2P भुगतान की सीमा कितनी है?
(a) ₹5 लाख
(b) ₹10 लाख
(c) ₹1 लाख
(d) ₹50,000
✅ उत्तर: (c) ₹1 लाख
Q4. UPI किस संगठन द्वारा संचालित है?
(a) RBI
(b) NPCI
(c) SEBI
(d) NABARD
✅ उत्तर: (b) NPCI
Q5. GeM पोर्टल किस वर्ष लॉन्च हुआ था?
(a) 2015
(b) 2016
(c) 2017
(d) 2018
✅ उत्तर: (b) 2016
Q6. NPCI की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
(a) 2006
(b) 2008
(c) 2010
(d) 2012
✅ उत्तर: (b) 2008
Q7. UPI का शुभारंभ किस वर्ष हुआ?
(a) 2014
(b) 2015
(c) 2016
(d) 2017
✅ उत्तर: (c) 2016
Q8. NPCI का पूरा नाम क्या है?
(a) National Payment Corporation of India
(b) National Payments Corporation of India
(c) National Processing Corporation of India
(d) None of these
✅ उत्तर: (b) National Payments Corporation of India
Q9. भारत में अगस्त 2025 में कुल UPI लेनदेन का मूल्य कितना था?
(a) ₹10 लाख करोड़
(b) ₹12 लाख करोड़
(c) ₹18 लाख करोड़
(d) ₹20 लाख करोड़
✅ उत्तर: (c) ₹18 लाख करोड़
Q10. UPI अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किन देशों में उपलब्ध है?
(a) UAE, सिंगापुर, नेपाल, फ्रांस
(b) अमेरिका, UK, जर्मनी
(c) जापान, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा
(d) रूस, ब्राज़ील, अर्जेंटीना
✅ उत्तर: (a) UAE, सिंगापुर, नेपाल, फ्रांस
निष्कर्ष (Conclusion)
NPCI द्वारा UPI की सीमा बढ़ाना केवल तकनीकी बदलाव नहीं बल्कि भारत की डिजिटल पेमेंट क्रांति में एक बड़ा कदम है। यह बदलाव न केवल उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए सुविधाजनक है बल्कि औपचारिक अर्थव्यवस्था को भी मज़बूत करेगा। प्रतियोगी परीक्षा की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण करंट अफेयर्स विषय है।
👉 Key Takeaway for Exams:
NPCI → UPI सीमा संशोधन → 15 सितंबर 2025 → P2M दैनिक सीमा ₹10 लाख → लागू सत्यापित व्यापारियों पर।
Social Plugin